Provide By Msaini Team #गौत्र और #वंश पर पुष्पेन्द्र कात्यायन जी की वाल से सारगर्भित लेख..... #गुणसूत्र #वंशकावाहक हमारे धार्मिक ग्रंथ और हमारी सनातन हिन्दू परंपरा के अनुसार पुत्र(बेटा) को कुलदीपक अथवा वंश को आगे बढ़ाने वाला माना जाता है..... अर्थात.... उसे गोत्र का वाहक माना जाता है. क्या आप जानते हैं कि.... आखिर क्यों होता है कि सिर्फ पुत्र को ही वंश का वाहक माना जाता है ???? असल में इसका कारण.... पुरुष प्रधान समाज अथवा पितृसत्तात्मक व्यवस्था नहीं .... बल्कि, हमारे जन्म लेने की प्रक्रिया है. अगर हम जन्म लेने की प्रक्रिया को सूक्ष्म रूप से देखेंगे तो हम पाते हैं कि...... एक स्त्री में गुणसूत्र (Chromosomes) XX होते है.... और, पुरुष में XY होते है. इसका मतलब यह हुआ कि.... अगर पुत्र हुआ(जिसमें XY गुणसूत्र है)... तो, उस पुत्र में Y गुणसूत्र पिता से ही आएगा क्योंकि माता में तो Y गुणसूत्र होता ही नही है और.... यदि पुत्री हुई तो (xx गुणसूत्र) तो यह गुणसूत्र पुत्री में माता व् पिता दोनों से आते है. XX गुणसूत्र अर्थात पुत्री अब इस XX गुणसूत्र के जोड़े में एक X गुणसूत्र पिता से तथा दूसरा X गुणस